विवादित विषयों पर बोलना अच्छा नहीं लगता। CAA के सपोर्टर्स भी सही हो सकते है और विरोध करने वाले भी| शाहीनबाग में 500 रु. में महिलाओं को धरने पर भेजने की खबर भी सही हो सकती है और गलत भी। मुझे नहीं पता।
लेकिन जिस तरह से मर्यादा लांघी जा रही है, महिलाओं के लिए वो गलत है। पूर्णतया गलत है। आप गलत हो। मानो की आप गलत हो।
शाहीनबाग में धरने पर बैठी इन महिलाओं में 80% तो वो है जिन्होंने तीन तलाक बिल पर मोदी सरकार की तारीफ की थी। कल वो आपको अच्छी लग रही थी, और आज आप उनको 'बिकाऊ औरते' शब्द से संबोधित कर रहे हो।
पाकिस्तान के 2 टुकड़े करने वाली इंदिरा गांधी इस मुद्दे पर आपको अच्छी लगती है। लेकिन आज आप उसको करीम लाला की सेटिंग बता रहे हो। मानो की तुम गलत हो। #sj_feeling
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