नमस्कार दोस्तों ! काफी दिनों बाद एक बार फिर हम हाजिर है, अपने बेफिक्र अंदाज के साथ।
वो 5 प्रश्न जो कभी ना कभी आपके दिमाग मे खोंड जरूर होंगे। चलिए बिना कोई टाइम खराब किये सीधे प्रश्नों और जवाबों की ओर रुख करते है।
1) जब किसी वस्तु को गर्म करते है तो उसका रंग लाल क्यों हो जाता है ?
दोस्तों गर्म होने से वस्तु ऊष्मा सोंखती है। जिससे वो कुछ भाग विधुत चुम्बकीय तरंगों के रूप में बाहर निकालती है। विज्ञान का नियम है वस्तु जो कलर अपने अंदर से बाहर निकाले, हमे वो ही कलर दिखाई देता है। अब सवाल है लाल रंग ही उसने क्यों बाहर निकाला तो जवाब ये है कि लाल रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक और आवर्ती सबसे कम होती है जो गर्म होने पर लाल रंग ही बाहर निकलता है। इसलिए हमें वो वस्तु लाल दिखाई देती है।
2) दूर से देखने पर पहाड़ नीले क्यों दिखाई देते है।
दोस्तों। ये तो आपको ही पता ही होगा कि पहाड़ो पर तापमान कम होता है। मैदानी इलाकों की अपेक्षा। नहीं पता तो इसके बारे में बाद में बात करेंगे लेकिन ये समझ लीजिए कि पहाड़ बहुत ठंडे होते है। इसलिए वहां आद्रता बहुत अधिक होती है। आद्रता मतलब नमी। नमी मतलब वायु में मौजूद पानी की बूंदे और वायु मतलब हवा। आजकल शुद्ध हिंदी बोलने का तो जमाना ही नही रहा। वीडियो बना भी दस और लोगो को समझ नही आये तो ये तो भैंस के आगे बीन बजाना हो गया। खैर मैं क्या बता रहा था कि पहाड़ो पर नमी होती है। इसलिए पानी की बूंदे वायु कणो के साथ मिलकर रोशनी के नीले हिस्से के प्रकीर्णन के साथ दिखती है। यही वजह है कि दूर से देखा तो हमे पहाड़ नीले दिखते है।
3) फ्रिज को खुला छोड़कर कमरा बन्द करने से कमरा गर्म क्यों हो जाता है।
इसमे भी कई सारे सवाल निकल कर आते है जैसे फ्रिज को ज्यादा देर तक खुला क्यों नही रखना चाहिए या फ्रिज के अंदर की वस्तुएं ठंडी कैसे हो जाती है।
बहुत आसान शब्दो मे समझता हूं। सुनिए। पहली चीज़ ये है कि फ्रिज के अंदर पाइपों में लगा होता है एक यन्त्र जिसका नाम है कंडेंसर। कंडेंसर में बाहूत है ठंडे तरल पदार्थ है जो फ्रिज में रखे सामानों की ऊष्मा को सोंखते है और पपाइपों से ही उस गर्म हवा को बाहर फेंक देते है। फ्रिज को ज्यादा देर तक खोंलेने के लिए इसलिए मना किया जाता है कि बच्चे जैसा तो सारा ही होता है वो बेचारा कंडिसर। वो केवल फ्रिज जितने छोटे इलाके की ही गर्मी को सोंख सकता है। कमरे की गर्मी को सोंखेगा तो जल्दी ही खराब हो जाएगा।
अब रहा आपका सवाल की फ्रिज को खुला छोड़ने पर कमरा गर्म क्यों हो जाता है। तो भाई बात ये है कि फ्रिज को खुला छोड़कर कमरा बन्द करने पर कंडिसर अब सिर्फ फ्रिजक नही रहा पुरे कमरे का हो गया। अब पुरे कमरे के लिए काम करेगा। अब पूरे कमरे की गर्मी को सोंखेगा। कंडेंसर ज्यादा गर्मी सोंखेगा तो ज्यादा गर्म हवाएं पाइप लाइनों से बाहर भी फेंखेगा। देखते ही देखते कमरा गर्म हो जाता है।
4) ऑपरेशन थियेटर में डॉक्टर नीले या हरे रंग के ही मास्क और कपड़े क्यों पहनते है।
भई इसका जवाब तो मनोवैज्ञानिक तरीके से बताया जा सकता है। दरसअल हमारी आंखे सिर्फ 3 रंगों में ही सुकून सहसूस करती है। वो है लाल, हरा ओर नीला रंग।
बाकी की रंग चुभते है।
अस्पतालों में 1914 से पहले कर्मचारी सफेद कपड़े पहनते थे। लेकिन बाद में ये रिवाज बदल गई। बताया गया कि हरा या नीला रंग ही use किया जाए। चाहे नर्स हो या डॉक्टर, या ऑपरेशन थियेटर हो या अस्पताल की दिवारे या पर्दे सभी हरे या नीले रंग में हो। ऐसा इसलिए कि लाल रंग तो नकारात्मकता का प्रतीक है चाहे सुकून भरा ही क्यों ना हो। अब बचे हरा ओर नीला रंग, ये हमारे आंखों को सुकून देता है। मरीजो में भी सकारात्मता भरता है। और डॉक्टरों में भी ऊर्जा भरता है।
5) क्या साइनाइड सबसे खतरनाक जहर है ??
अब तक हम मानते गए कि सायनाइड ही सबसे खतरनाक जहर है। लेकिन जरा ठहरिये कुछ तथ्य आपके समक्ष पेश करते है।
शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के बारे में तो आपने सुना ही होगा। भारतीय वैज्ञानिक और डॉक्टर हैरान रह गए कि उसकी मौत एक जहर से हुई जिसका नाम है पोलेनियम 210 .
ये वही जहर है जिसके सहारे अमेरिका ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जापान पर परमाणु हमला किया था।
इसकी खोज रेडियम की खोजकर्ता मेडम क्यूरी ने की थी। हैरान कर देने वाली बात ये है कि इस जहर ने उसी की बेटी को अपने शिकंजे में ले लिया।
कहा जाता है कि पोलेनियम के नमक के 2 दाने जितना भी मुह में ले लोगे तो 1 सेकंड खत्म होते होते आप चल बसोगे। ये बहुत तेजी से हमारे डीएनए ओर तांत्रिक तंत्र को तहस नहस कर देता है। 1 ग्राम पोलिनियम 5 करोड़ लोगों को मारने के लिए काफी है।
पोलेनियम का उपयोग इंडस्ट्री में किया जाता है जब मशीनों से इलेक्ट्रिसिटी हटाई जाती है तब इसका उपयोग होता है।
#jyotiprakash - jyoti prakash goutam 🙏
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