एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाले लोग विधान बता रहे हैं। कानून बता रहे है। क्या प्रियंका रेड्डी उनके ही घर की बेटी होती तो ऐसे ही तर्क देते ??? #sj_thought
हिंदुस्तान में पहली बार कुछ नया हुआ है,अपने तर्को में धूमिल ना करें।
रेप होने के बाद तो बड़ा चिल्ला रहे थे कि चौराहे पर जनता के बीच लाकर फांसी दो। और अब एनकाउंटर हो गया तो पत्रकारिता जाग गई??
साल 2004 में धनजंय नाम के एक रेपिस्ट को लास्ट बार फांसी दी गई थी। 4 लाख रेपिस्ट इन 15 सालों में सामने आए है.. कितनों को फांसी दी?? जो हुआ अच्छा हुआ।
अगर पुलिस का ये एनकाउंटर सच्चा है तो पुलिस को सेल्यूट।
अगर फेक है तो हज़ार बार सेल्यूट
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