Saturday, 2 November 2019

शिव का लिंग और सच्चाई

शिव निराकार है। उनका कोई आकार नहीं। जबकि शंकर का एक आकार है। #sj_feeling
शिव अनन्त है। शिव प्रारंभ है। जबकि शंकर शास्वत है।
Who the hell is asking that why you Why do you worship Shiva's penis।
Dear Sathi ! That is not panis.. वो लिंग नहीं ब्रमांड है।
शिव का आदि और अनंत नहीं है। वो परमब्रह्म है। वो ब्रह्मांड है। क्या ब्रह्मांड का कोई आकार होता है ???
नहीं ना। तो बस इसी वेदों और वेदांतो के अनुसार इसी ब्रह्मांड को एक लिंग मानकर पूजा जाता है।
Now You will be asking Why is the given name 'Ling' of this universe?
संस्कृत में लिंग का अर्थ होता है आकार। ब्रह्मांड को यह आकार दिया गया है।
अब सवाल रहा कि लिंग पर जल क्यों चढ़ाया जाता है।
तो भईया। ऐसी बात है कि समुद्रमंथन के वक्त जो विष निकला उसको भगवान शंकर ने पीकर पृथ्वी पर फैलने से बचाया था। तब उनका कंठ नीला और शरीर गर्म हो गया था। तब सृष्टि ने उसको शांत करने के लिए लिंग पर पानी डाला तभी से अब तक जल चढ़ाने की परंपरा स्टार्ट हो गई।
सभी को सावन के दूसरे सोमवार की हार्दिक बधाई।

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