Saturday, 18 May 2019

पत्रकारो की मजबूरियां

अगर आपकी गुड़ इवनिंग रात को 1 बजे होती है तो आप शायद पत्रकार है। #sj_feeling

अगर आप लंच के टाइम चाय, बिस्किट या पोहे खाकर ऑफिस के लिए भाग रहे है तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आपके सभी व्हाट्सएप ग्रुप के msg हफ्ते भर से पेंडिंग है और आपको पढ़ने का वक्त नही तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आप बाहर का खाना खाने को मजबूर है तो शायद आप पत्रकार है।
अगर आपने सोशल मीडिया पर अपनी अभिव्यक्ति जाहिर करे और कमेंट में आपको 'बिकाऊ' शब्द देखने को मिले तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आप अपने कजन की शादी में भी नही पहुंच पा रहे है तो आप शायद पत्रकार है। 
जेहन में युग परिवर्तन की सोच रखते हुए जब महीने की सेलेरी हाथ मे आती है और स्मृति पटल पर ये विचार आता है की खुद की दुनिया भी नही बदल पा रहे है तो आप शायद पत्रकार है।
बाते आप ट्रम्प, पुतिन, मोदी की करेंगे पर आपको GF के साथ डेट में icecream के फ्लेवर के नाम याद नही तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आप हर महीने बाइक( कार तो असंभव है) कि सर्विस कराते है तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आपके फ़ोन कॉन्टेक्ट में तहसीलदार,हवलदार, चौकीदार, हलवाई के नम्बर है पर अपने रिस्तेदारों के नम्बर दूर तक दिखाई नही दे तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आप 1 महीने में जाकर अपनी सेविंग कराते है तो आप शायद पत्रकार है।
अगर आप अपनी पर्सनल छुट्टी के लिए बीमारी का बहाना बनाते है तो आप शायद पत्रकार है।
ओर अगर आप रात को 2 बजे इस तरह की भावुक पोस्ट कर रहे है तो आप पक्का पत्रकार है। 🙄😏 - Jyoti prakash

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