Saturday, 18 May 2019

सच्चाई का पजामा �� : एक किस्सा ऐसा भी

ये 2016 की बात है जब मै news 91 उदयपुर में रिपोर्टर था। अपनी न्यूज़ को स्क्रिप्ट कर के भी मैनेजमेंट को सौंपना पड़ता था।
इस बीच मेरी एक न्यूज थी जिसमे मुझे स्क्रिप्ट में type करना था - " ट्रिपल तलाक मामले को समुदाय के लोग सच्चाई का अमली जामा पहनाना चाहते है। "
और मेरे से type हो गया - " सच्चाई का पजामा पहनाना चाहते है ' ���

बस फिर क्या था, एंकर ने खबर पढ़ दी और चल पड़ी tv पर ।

बाद में घर पर पहुंचने के बाद सर का कॉल आया -" सच्चाई का पजामा amazon पर दिखाई दे तो एक आर्डर कर देना।
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